तू हिन्दू बनेगा, न मुसलमान बनेगा | इंसान की औलाद है, इंसान बनेगा | मालिक ने हर इंसान को इंसान बनाया, हमने उसे हिन्दू या मुसलमान बनाया | कुदरत ने तो बख्षी थी हमें एक ही धरती, हमने कहीं भारत, पाकिस्तान, तो कहीं इरान बनाया | जो तोड़ दे हर बाँध को वो तूफ़ान बनेगा | इंसान की औलाद है इंसान बनेगा |